राधिका तो सर्वगुण सम्पन्न , परम लावण्यवती , सुकोमल एवं परम मधुर कृष्ण की प्रिया हैं।
12.
उन्होंने बलात् आकृष्ट करने वाली लावण्यवती को ध्यानपूर्वक देखा ही था कि भीलनी अदृश्य हो गयी।
13.
ऐसी लवण-प्रधान , लवण-समृद्ध नदी को अगर हम 'लावण्यवती' कहें तो वैयाकरण उस नाम को जरूर मान्य करेंगे।
14.
सामान्य रुप से राधा - अद्बूत , अनुपम और अत्यंत सुमधुर लावण्यवती कन्या ऐसा हम मानते हैं ।
15.
“वैदेहीशविलास” , “कलाकउतुक”, “सुभद्रापरिणय”, “ब्रजलीला”, “कुंजलीला”, आदि पौराणिक काव्यों के अतिरिक्त लावण्यवती, कोटि-ब्रह्मांड-सुंदरी, रसिकहारावली आदि अनेक काल्पनिक काव्यग्रंथ भी हैं।
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“वैदेहीशविलास” , “कलाकउतुक”, “सुभद्रापरिणय”, “ब्रजलीला”, “कुंजलीला”, आदि पौराणिक काव्यों के अतिरिक्त लावण्यवती, कोटि-ब्रह्मांड-सुंदरी, रसिकहारावली आदि अनेक काल्पनिक काव्यग्रंथ भी हैं।
17.
उसी समय एक दुष्ट कौंच नामक गंधर्व वहाँ आया और उसने अनुपम लावण्यवती मनोमयी को देखा तो व्याकुल हो गया।
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उसी समय एक दुष्ट कौंच नामक गंधर्व वहाँ आया और उसने अनुपम लावण्यवती मनोमयी को देखा तो व्याकुल हो गया।
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उसी समय एक दुष्ट कौंच नामक गंधर्व वहाँ आया और उसने अनुपम लावण्यवती मनोमयी को देखा तो व्याकुल हो गया।
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उसी समय एक दुष्ट कौंच नामक गंधर्व वहाँ आया और उसने अनुपम लावण्यवती मनोमयी को देखा तो व्याकुल हो गया।