| 11. | शिष्य वृन्द जाम पुदीना अनेक एकट्ष करना ढेर लगना
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| 12. | वृन्द कवि का यह नीतिपरक दोहा -
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| 13. | वृन्द जाति के सेवक अथवा भोजक थे।
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| 14. | समुदाय , समूह, झुंड, झुण्ड, वृन्द, वृंद, खेढ़ा,
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| 15. | मधुप वृन्द बंदी पिक स्वर नभ सरसाया
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| 16. | वहीं सन् १६४३ में वृन्द का जन्म हुआ था।
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| 17. | विहग वृन्द ने उमग दिवापति स्वागत गाया।
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| 18. | यौन संबंधों के प्रति किशोर वृन्द का नज़रिया .
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| 19. | वृन्द विहग सब विस्मित- शंकित सुन पद्चाप
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| 20. | रविकर सज्जन वृन्द , कर्मरत हो मुस्काते -
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