अमिश्रित अवस्था में आज भी अंडमान में हैं1 इनके अतिरिक्त नाटा कद , काला रंग और ऊन सरीखे बालवाली काडर, इरला, और पणियन जैसी दक्षिण भारत की वन्य जातियों में तथा उत्तरपूर्व की कुछ नागा जनजातियों में निग्रिटो मानव जाति का मिश्रण परिलक्षित है।
22.
अमिश्रित अवस्था में आज भी अंडमान में हैं1 इनके अतिरिक्त नाटा कद , काला रंग और ऊन सरीखे बालवाली काडर, इरला, और पणियन जैसी दक्षिण भारत की वन्य जातियों में तथा उत्तरपूर्व की कुछ नागा जनजातियों में निग्रिटो मानव जाति का मिश्रण परिलक्षित है।
23.
इनके वंशज प्राय : अमिश्रित अवस्था में आज भी अंडमान में हैं 1 इनके अतिरिक्त नाटा कद , काला रंग और ऊन सरीखे बालवाली काडर , इरला , और पणियन जैसी दक्षिण भारत की वन्य जातियों में तथा उत्तरपूर्व की कुछ नागा जनजातियों में निग्रिटो मानव जाति का मिश्रण परिलक्षित है।
24.
इनके वंशज प्राय : अमिश्रित अवस्था में आज भी अंडमान में हैं 1 इनके अतिरिक्त नाटा कद , काला रंग और ऊन सरीखे बालवाली काडर , इरला , और पणियन जैसी दक्षिण भारत की वन्य जातियों में तथा उत्तरपूर्व की कुछ नागा जनजातियों में निग्रिटो मानव जाति का मिश्रण परिलक्षित है।
25.
विपरीत लिंग कामी सीधा करना अधिकार से न झुका हुआ शालीनता से सीधा किया हुआ दाहिना काफ़ी अच्छ् काफ़ी अच्छ् स्वत्वाधिकार दाहिनी ठीक तरह से उचित ढंग से ठीक हालत में दक्षिण पन्थ ठीक हालत में खराब होना खरा तुरंत दक्षिण पन्थ बराबर करना अमिश्रित सीधा बिना रुके शालीनतापूर्वक लगातार जल्दी उचित ईमानदार आच्छा अधिकार से
26.
इन कथाओं से यह मालूम होता है कि इनमें कथाकार का मूलभूत लक्ष्य है देहात में सर्वहारा की वस्तुस्थिति को ' अनएडल्टरेटेड ' ( अमिश्रित ) रूप में सामने लाना और यह भी कि ग्रामांचलों में सवर्ण वर्ग द्वारा जातिगत रूप से निम्न माने जाने वाले दुर्बल समुदायों का आज भी किस प्रकार शोषण किया जा रहा है।
27.
ऐसा प्रसंस्कृत झींगे ( 13 प्रतिशत ) , चायचूर्ण ( अमिश्रित ) एवं मूंगफली के तेल ( प्रत् येक 5 प्रतिशत ) , गुड़ , ( 4 प्रतिशत ) , सरसों का तेल , चाय की पत् ती ( अमिश्रित ) एवं डिब् बा बंद मछली ( प्रत् येक 3 प्रतिशत ) , खली , बेकरी उत् पाद एवं कपास के तेल ( प्रत् येक 2 प्रतिशत ) तथा खंडसारी , मिश्रित मसाले , सूजी , सोयाबीन तेल एवं चायचूर्ण ( मिश्रित ) ( प्रत् येक 1 प्रतिशत )) की कीमतों में वृद्धि के कारण हुआ।
28.
ऐसा प्रसंस्कृत झींगे ( 13 प्रतिशत ) , चायचूर्ण ( अमिश्रित ) एवं मूंगफली के तेल ( प्रत् येक 5 प्रतिशत ) , गुड़ , ( 4 प्रतिशत ) , सरसों का तेल , चाय की पत् ती ( अमिश्रित ) एवं डिब् बा बंद मछली ( प्रत् येक 3 प्रतिशत ) , खली , बेकरी उत् पाद एवं कपास के तेल ( प्रत् येक 2 प्रतिशत ) तथा खंडसारी , मिश्रित मसाले , सूजी , सोयाबीन तेल एवं चायचूर्ण ( मिश्रित ) ( प्रत् येक 1 प्रतिशत )) की कीमतों में वृद्धि के कारण हुआ।