अधिकतर अकेंद्रिक जीव एककोशिकीय होते हैं हालांकि कुछ के जीवनक्रम में कभी-कभी एक बहुकोशिकीय अंतराल भी आता है।
22.
एककोशिकीय अंडाणु का शिशु में परिवर्तन होने का मुख्य कारण दो प्रक्रियाएँ ( 1) वृद्धि और (2) विभेदन (
23.
एककोशिकीय अंडाणु का शिशु में परिवर्तन होने का मुख्य कारण दो प्रक्रियाएँ ( 1) वृद्धि और (2) विभेदन (differentiation), होती है।
24.
इस प्रथ्वी पर एककोशिकीय , बहुकोशिकीय , थल चर , जल चर तथा नभ चर आदि कोटि के जिव मिलते है।
25.
एककोशिकीय ( प्रोटोज़ोआ) के शरीर की, एक ही कोश होने के कारण, वृद्धि में केवल कोश के आयतन में वृद्धि होती है।
26.
जीवन संघर्ष के दौरान अंगी अधिक जटिल तथा परिष्कृत होते गये और इसी प्रक्रिया में एककोशिकीय से बहुकोशिकीय अंगियों में संक्रमण हुआ।
27.
कैसे शुरू हुआ दिमागी सफर एककोशिकीय से बहुकोशिकीय जीव बनने के साथ ही करोड़ों साल पहले सिनेप्सिस में प्रोटीन की संख्या और जटिलता बढ़नी शुरू हुई।
28.
सरलतम एककोशिकीय अंगियों में यथार्थता ( reality ) का परावर्तन ( Reflection , a reflex action , an action in return ) अत्यंत आदिम रूप में होता है।
29.
उदा . सिट्रिक एसिड चक्र में माध्यमिक भूमिका निभाने वाले कार्बाक्सिलिक एसिड, एककोशिकीय बैक्टीरिया एश्चरिशिया कोली से लेकर हाथियों जैसे विशाल बहुकोशिकीय जीवों तक, सभी में पाए जाते हैं.
30.
सिट्रिक एसिड चक्र में माध्यमिक भूमिका निभाने वाले कार्बाक्सिलिक एसिड , एककोशिकीय बैक्टीरिया एश्चरिशिया कोली से लेकर हाथियों जैसे विशाल बहुकोशिकीय जीवों तक , सभी में पाए जाते हैं .