| 21. | भरे पद गाने लगे अचानक . केश निचोड़
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| 22. | भरे पद गाने लगे अचानक . केश निचोड़
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| 23. | भी एक तेलगू केश प्रकाशित किया गया ।
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| 24. | मनुष्य के केश भी बहुत कुछ बोलते है
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| 25. | लिंक-लिक्खाड़ " : सृष्टि सरीखी सजग सयानी, केश सुखाती माढ़ा
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| 26. | काले केश का पहले तो अतिशयोक्ति में काले
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| 27. | खुले किस रजनिगंधा के अरे ये केश सुरभीले
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| 28. | केश कत् थई और भूरापन लिए होते हैं।
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| 29. | केश जड़ के पास से टूट जाते हैं।
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| 30. | अब अख्तर के अच्छे-खासे केश बढ़ आये थे।
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