| 21. | ख़ुशबू बिछायी है राहों में / विनय प्रजापति 'नज़र'
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| 22. | ये कलियाँ , ये गुंचे ये रंग और ख़ुशबू
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| 23. | कोई ख़ुशबू कहीं बिख़री , लगा ये ज़ुल्फ़ लहराई
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| 24. | माज़ी की हवाओं में उड़ती है एक ख़ुशबू
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| 25. | सोंधी ख़ुशबू से फिर मन को बहला बैठा
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| 26. | जाने कौन-सी ख़ुशबू बस गई है आँखों में
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| 27. | जो यहाँ ख़ुशबू बिखेरे उस कली को ढूँढ़िए॥
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| 28. | हमने देखी है उन आँखों की महकती ख़ुशबू
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| 29. | और हारपिक , ओडोनिल आदि की ख़ुशबू में
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| 30. | मैं ख़ुशबू बनकर हवा में नहीं बसती ,
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