| 21. | जिसके पत्ते , जड़ और छाल भी उपयोगी हैं।
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| 22. | भीतरी छाल तो लंबे रोल में बेशकीमती है .
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| 23. | अर्जुन की छाल कूटकर चूर्ण बना लेते हैं।
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| 24. | यह एक तरह के पेड़ की छाल है।
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| 25. | इसकी पत्ती , फल और छाल बहुउपयोगी है।
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| 26. | इसकी छाल से मलहम भी बनती है ।
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| 27. | शाहबलूत या किसी और पेड की छाल (
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| 28. | उसकी फलियां , छाल तथा पत्ते चौपाये खाते हैं।
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| 29. | उसकी फलियां , छाल तथा पत्ते चौपाये खाते हैं।
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| 30. | छाल रक्तपितनाशक और व्रणशोधक मानी जाती है ।
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