| 21. | यकीं तो बस ख़ुदा की जात का है
|
| 22. | मेरी जात से कुछ अम्माँ को आराम मिले।
|
| 23. | सावित्री भी तो कुतिया की ही जात निकली।
|
| 24. | मटकत आवत भाव दिखावत , आखिर मेहरारू की जात!
|
| 25. | प्रतिभा किसी जात विशेष की बपौती नहीं है।
|
| 26. | कुछ भी बके जात है ससुर का नाती !
|
| 27. | पानी केरा बुदबुदा , अस मानस की जात ।
|
| 28. | पूजा में जात रहले बिरला भवन में ,
|
| 29. | मढृयौ दमामौ जात है कहुं चूहे के चाम
|
| 30. | सीस चढ़ाये पोटली , जात न देखा कोई।।
|