| 21. | गांधी जी को ज्यादा आगे-पीछे सोचना नहीं पड़ा .
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| 22. | - नहीं जी , ऐसी भी क्या बात है.
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| 23. | हरे राम , हीरालाल-~ जी जैसे धर्म-कर्मवालेआदमी पर पत्थर.
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| 24. | हैं जी ! बस बात होती ही रहनी चाहिए.
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| 25. | युवक के पिताः हैं जी ! ठीक किया आपने.
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| 26. | जिसका जी चाहे अपनेघर में अखण्ड पाठ कराये .
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| 27. | वनराज-मुनि जी , सुन लीआपने हमारी व्यथा की कहानी.
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| 28. | मगर जनाब समालोचक जी यह सच्ची कविता है .
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| 29. | श्री मुंशीलाल जी जैन , आपकादर्शन भवन, अचलताल, अलीगढ़.
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| 30. | मास्टर जी-आदाब अर्ज , जुम्मन मियां, नमस्कार भौजी जी.
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