| 21. | और पग की तली से विमुख राह हो
|
| 22. | होता है विधौत पग पावन पूत पयोनिधि द्वारा॥2॥
|
| 23. | ‘यह तीन पग में सारे लोक नाप लेगा।
|
| 24. | इसका प्रारिम्भक पग योगदर्शन में ही बताया है
|
| 25. | थाम जिनकी उँगलियाँ प्रथम पग पथ पर चला
|
| 26. | रजनी छाबड़ा सुहाग के जोड़े , कुमकुम सने पग और
|
| 27. | मन्द मन्द पग धरत मैन को मान नसावत।
|
| 28. | पानी धरो परात में , पग धोवन कों लाय।।
|
| 29. | पानी धरो परात में , पग धोवन कों लाय।।
|
| 30. | अगले पग में सम्पूर्ण स्वर्ग लोक ले लिया।
|