| 21. | उतिष्ठ , जाग्रत् , प्राप्य वरान् अनुबोधयत् ।
|
| 22. | उतिष्ठ , जाग्रत् , प्राप्य वरान् अनुबोधयत् ।
|
| 23. | यह वेद वाक्य है-उत्तिष्ठत जाग्रत प्राप्य वरान्निबोधत् ।
|
| 24. | जागृत॥ प्राप्य वरन्निबोधत्॥ का आह्वान इसी निमित्त है।
|
| 25. | एषा ब्राह्मी स्थिति : पार्थ नैनां प्राप्य विमुह्यति।
|
| 26. | दोनों खरीद और प्राप्य , मुद्रा जोखिम को समाप्त.
|
| 27. | यह सिंहल भाषा का प्राचीनतम प्राप्य व्याकरण है।
|
| 28. | यह सिंहल भाषा का प्राचीनतम प्राप्य व्याकरण है।
|
| 29. | एमएसएमई प्राप्य वित्त योजना तथा बीजक भुनाई योजना
|
| 30. | उसके द्वारा रचित कुछ छंद प्राप्य हैं ।
|