| 21. | राजस्थान की मरू भूमि के जन-जीवन की झलक मिली।
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| 22. | मरू - भूमि की आन हूँ -
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| 23. | तुम मरू की नदिया सी , कहीं न थी |
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| 24. | . एकाकीपन के निर्मम मरू मेंमैं असहाय खड़ा पछताताकोई आता
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| 25. | मरू में अंकित एक रेखा की तरह
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| 26. | मरूस्थल की शोभा / मरू शोभा - रोहिड़ा
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| 27. | मैं मरू भूमि कच्छ के भुज से बोल रहा हूं।
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| 28. | तेरे ही दर पर मरू मै , बस यही अंजाम हो
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| 29. | बरस पड़ी हो मेरे मरू में
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| 30. | मोह मृदु जल का मरू में , त्यागकर मृग सो रहा है.
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