| 21. | आसन ऐसा हो जिसमे पहले कुशासन बिछाकर उसके ऊपर मृगचर्म और वस्त्र
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| 22. | काले मृगचर्म का सान्निध्य , दर्शन अथवा दान राक्षसों का विनाश करने वाला
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| 23. | वस्त्रों के रूप में मृगचर्म या फिर पेड़ के पत्तों को ओढ़ना चाहिये।
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| 24. | पीले कलर की छींटेदार लुंगी को मृगचर्म की तरह लपेट रखा है ।
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| 25. | कंबल , मृगचर्म , रत्न , कपड़े , जूते आदि का दान करें।
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| 26. | कंबल , मृगचर्म , रत्न , कपड़े , जूते आदि का दान करें।
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| 27. | पर सीता जी ने मृगचर्म लाने को अपने पति श्रीराम से कह दिया ।
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| 28. | था , मृगचर्म कीड़ों को रेंग कर ऊपर नहीं चढ़ने देता था, कोमल वस्त्र से
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| 29. | था , मृगचर्म कीड़ों को रेंग कर ऊपर नहीं चढ़ने देता था, कोमल वस्त्र से
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| 30. | उचित उच्च आसन लगा , देख शुद्ध स्थान विध्न दर्भ मृगचर्म से वेदी कर निर्माण।।
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