| 21. | “फिर मोक्ष कैसे मिलेगा ? ” आप पूछ सकते हैं।
|
| 22. | अर्थोपार्जन , दिव्यकामना (शिव-संकल्प) से सन्तति-उत्पत्ति तथा मोक्ष की
|
| 23. | अर्थात प्रभु की भक्ति मोक्ष का द्वार है।
|
| 24. | सबसे बड़ा है ब्रह्मज्ञान जो मोक्ष दिलाता है।
|
| 25. | इसका पूजन मोक्ष देने वाला होता है .
|
| 26. | सभुक्तवा सकलान मो गान अंते मोक्ष च विदंति।।
|
| 27. | मोक्ष ( उद्धार) उनके द्वारा ही हो सकता है।
|
| 28. | ईश्वर-वाद ने कहा - “जीवन-मुक्ति ही मोक्ष है”।
|
| 29. | इन तीनो की एकता ही मोक्ष मार्ग है।
|
| 30. | यदि कोई व्यक्ति अपना मोक्ष चाहता है ।
|