| 21. | राहु से- गुप्त विद्या , अनैतिक कार्य, चतुराई, राजनीति।
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| 22. | राहु साथ हो तो पति-पत्नी में अनबन हो।
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| 23. | ये दोनों राहु व शनि के शत्रु हैं।
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| 24. | पंचम भाव में शनि से दृष्ट राहु , मंगल
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| 25. | राहु खुफिया पाप तो केतु ज़ाहिरा पाप है।
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| 26. | से पंचम और नवम स्थान में राहु , के
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| 27. | राहु शनि के अधीनस्थ अपना कार्य करता है।
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| 28. | राहु का फल विचार कृष्णमूर्ति पद्धति के अनुसार
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| 29. | राहु साथ होने पर राजनीति में सफल हो।
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| 30. | दो अन्य ग्रह हैं राहु एवं केतु ।
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