| 21. | द्रौपदियों की लाज सरेआम नीलाम होती दिखाई देती।
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| 22. | तो उसने भी उतार फ़ेका . .लाज समाज का चोला..
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| 23. | तो उसने भी उतार फ़ेका . .लाज समाज का चोला..
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| 24. | प्रेमो तो लाज के मारे गठरी बन गई।
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| 25. | बस इसी लाज में खिले जा रहे हैं।
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| 26. | लाज लजीली नवल वधू सी ओढ़े हरी चुनरिया ,
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| 27. | प्रेम की भिक्षा मांगे भिखारन , लाज हमारी रखियो साजन।
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| 28. | प्रेम की भिक्षा मांगे भिखारन , लाज हमारी रखियो साजन।
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| 29. | हैं लाज सब भगवान की भी लूटने लगे॥
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| 30. | इन्हें कुछ तो लाज आती है ” ।
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