| 21. | सुगनी जो रोइले वियोग से सूरज होय सहाय
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| 22. | ' मेघदूतम्' कालिदास की वियोग श्रृंगार प्रधान रचना है।
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| 23. | स्वर्ग-लोक नारी गई , अज को परम वियोग ||9||
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| 24. | वियोग - आली रे ! मेरे नैणाँ ब...
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| 25. | वियोग - तुम बिन मेरी कौन खबर . ..
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| 26. | जिसका वियोग निश्चित है , उसे सुख का साधन
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| 27. | अलग करना , विनाश करना, वियोग करना, छीन लेना
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| 28. | उनसे तुम्हारा वियोग कभी हो ही नहीं सकता।
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| 29. | वियोग वर्णन में उनका मन अधिक रमा है।
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| 30. | ये वियोग श्रृंगार के प्रधान मुक्तक कवि हैं।
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