इस प्रकार प्राप्त रेखाजाल पर देशांतर रेखाएँ उत्तर से दक्षिण की ओर खिंची हुई सरल रेखाएँ होती हैं जिनकी लंबाई विषुवत् रेखा के बराबर होती है।
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( २) बेलनाकार प्रक्षेप (Cylindrical Projection) : बेलन द्वारा ग्लोब को इस प्रकार ढँक दिया जाता है कि बेलन ग्लोब को विषुवत् रेखा पर चारों ओर स्पर्श करता हो।
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इसके अतिरिक्त समतल धरातल ग्लोब को ध्रुव और विषुवत् रेखा के मध्य स्थित किसी बिंदु पर स्पर्श करता है तो इस प्रकार के प्रक्षेप तिर्यक् खमध्य प्रक्षेप कहलाते हैं।
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इसके अतिरिक्त समतल धरातल ग्लोब को ध्रुव और विषुवत् रेखा के मध्य स्थित किसी बिंदु पर स्पर्श करता है तो इस प्रकार के प्रक्षेप तिर्यक् खमध्य प्रक्षेप कहलाते हैं।
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बेलन को विषुवत् रेखा पर स्पर्श न करते हुए अन्य किसी वृह्त वृत्त पर भी स्पर्श कराया जा सकता है , परंतु इस प्रकार खींचे हुए रेखाजाल में अक्षांश ओर देशांतर रेखाएँ वक्र होंगी।
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बेलन को विषुवत् रेखा पर स्पर्श न करते हुए अन्य किसी वृह्त वृत्त पर भी स्पर्श कराया जा सकता है , परंतु इस प्रकार खींचे हुए रेखाजाल में अक्षांश ओर देशांतर रेखाएँ वक्र होंगी।
27.
- सूर्य संक्रांति से भी दस गुना पुण्यदायी सूर्य के विषुव योग यानी सूर्य की विषुवत् रेखा पर स्थिति , जो हिन्दू पंचांग के मुताबिक चैत्र नवमी और आश्विन माह की नवमी पर बनता है।
28.
प्रारंभ में जनतंत्रीय फ्रेंच कानून के अनुसार इसे उत्तरी ध्रुव से विषुवत् रेखा तक पैरिस से गुजरती हुई याम्योत्तर ( meridian) की सीध में मापी गई दूरी के 1/107 वें हिस्सें के बराबर माना गया था।
29.
आप ही बताइए कि विषुवत् रेखा की पूंछ से बंधे इस गर्म देश में क्या कहीं रात को जल्दी सोया जा सकता है ? या सुबह तड़के भीनी-भीनी ठंडी बयार बह रही हो तो कहीं उठने को दिल करता है ?
30.
कर्करेखा एवं विषुवत् रेखा के मध्य के क्षेत्रों में गर्मियों की ऋतु में दिन में दोपहर बाद तक भारी गर्मी और चौथे प्रहर तेज आँधी तूफान और उसके बाद भारी वर्षा तथा ओले गिरने की घटनाएँ आए दिन होने लगी हैं।