उदाहरण वाक्य | 21. | शिराओं में चोट लगने , विषैले जख्म बनने , विसर्प रोग , पस पड़ जाना तथा अन्य कारणों से सूजन आ जाती है।
| | 22. | शिराओं में चोट लगने , विषैले जख्म बनने , विसर्प रोग , पस पड़ जाना तथा अन्य कारणों से सूजन आ जाती है।
| | 23. | चोट लगने , विषैले घाव , विसर्प , पीव , हड्डियों की जलन आदि कारणों से शिराओं में जलन और सूजन होती है।
| | 24. | चोट लगने , विषैले घाव , विसर्प , पीव , हड्डियों की जलन आदि कारणों से शिराओं में जलन और सूजन होती है।
| | 25. | श्रीलंका में अग्नि विसर्प और श्लीपद रोगों में इसकी सेंक करते हैं तथा डालियों एवं पत्तों का रस सर्पदंश के उपचार में पिलाते हैं।
| | 26. | इस मैदान में नदी की प्रौढ़ावस्था में बनने वाली अपरदनी और निक्षेपण स्थलाकॄतियाँ , जैसे- बालू-रोधका, विसर्प, गोखुर झीलें और गुंफित नदियाँ पाई जाती हैं।
| | 27. | इस मैदान में नदी की प्रौढ़ावस्था में बनने वाली अपरदनी और निक्षेपण स्थलाकॄतियाँ , जैसे- बालू-रोधका, विसर्प, गोखुर झीलें और गुंफित नदियाँ पाई जाती हैं।
| | 28. | इस मैदान में नदी की प्रौढ़ावस्था में बनने वाली अपरदनी और निक्षेपण स्थलाकॄतियाँ , जैसे- बालू-रोधका, विसर्प, गोखुर झीलें और गुंफित नदियाँ पाई जाती हैं।
| | 29. | इस मैदान में नदी की प्रौढ़ावस्था में बनने वाली अपरदनी और निक्षेपण स्थलाकॄतियाँ , जैसे- बालू-रोधका, विसर्प, गोखुर झीलें और गुंफित नदियाँ पाई जाती हैं।
| | 30. | पीलिया , पांडु , रक्तपित्त , अम्लपित्त , उलटी , प्रमेह , विसर्प ( हरपिझ ) व लीवर के रोगों को दूर करने वाला है।
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