| 31. | यह अक्ष भ्रमि अक्ष के समकोणिक होता है।
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| 32. | यह अक्ष भ्रमि अक्ष के समकोणिक होता है।
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| 33. | अक्ष के साथ समायोजित किया जा सकता है .
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| 34. | संधान रेखा पाणसल अक्ष के समांतर होनी चाहिए।
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| 35. | द्वितीय विश्वयुद्ध की अक्ष शक्तियाँ ( नीले रंग में)
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| 36. | है न ऊर्ध्वाधर अक्ष रीढ़ में नहीं है .
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| 37. | किया जाता है कि इसका घूर्णन अक्ष (
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| 38. | त्रिज्या वाली परिनालिका के अक्ष पर चुम्बकीय क्षेत्र
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| 39. | क्षैतिज तल में हृदय के वैद्युत अक्ष को
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| 40. | ये पार्श्वीय अक्ष में कुछ चिपटे होते हैं।
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