प्रकृति के प्रयास सहज , अविरोधी और स् वतन् त्र हैं ! प्रक़ति के प्रयास सहज , विरोध रहित और स् वतन् त्र होते हैं।
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अंतर यह है कि वहाँ स्रष्टा के वे दोनों रूप एक और तत्त्वतः अभिन्न हैं , कबीर के ये दो रूप एक और अविरोधी नहीं हैं।
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पण्डितराज ने अद्भुत रस को श्रृंगार एवं वीर का अविरोधी बताया है , अर्थात उनके मतानुसार श्रृंगार तथा वीर के साथ अद्भुत की अवस्थिति हो सकती है।
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अंतर यह है कि वहाँ स्रष्टा के वे दोनों रूप एक और तत्त्वतः अभिन्न हैं , कबीर के ये दो रूप एक और अविरोधी नहीं हैं।
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पण्डितराज ने अद्भुत रस को शृंगार एवं वीर का अविरोधी बताया है , अर्थात उनके मतानुसार शृंगार तथा वीर के साथ अद्भुत की अवस्थिति हो सकती है।
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इस वाद में प्रमाणत : तर्क से स्वपक्ष का स्थापन और परपक्ष का खण्डन किया जाता है , जो सिद्धान्त का अविरोधी और पंचावयव वाक्य से युक्त होता है।
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सहृदय के अंत : करण में जो मनोविकार वासना या संस्कार रूप में सदा विद्यमान रहते हैं तथा जिन्हें कोई भी विरोधी या अविरोधी दबा नहीं सकता, उन्हें स्थायी भाव कहते हैं।
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सहृदय के अंत : करण में जो मनोविकार वासना या संस्कार रूप में सदा विद्यमान रहते हैं तथा जिन्हें कोई भी विरोधी या अविरोधी दबा नहीं सकता, उन्हें स्थायी भाव कहते हैं।
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राष्ट्रीयता और वैश्विकता यहाँ परस्पर पूरक भाव से जुड़ी होती हैं , अविरोधी होती हैं अतः विश्व साहित्य , साहित्य के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय लोकतंत्र को संभव कर दिखाता है .
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राष्ट्रीयता और वैश्विकता यहाँ परस्पर पूरक भाव से जुड़ी होती हैं , अविरोधी होती हैं अतः विश्व साहित्य , साहित्य के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय लोकतंत्र को संभव कर दिखाता है .