| 31. | मध्यम आघूर्ण से 200% ऊपर और 175% नीचे अत्यधिक अनियमित आघूर्ण विभिन्नता दर्शाता है , जो सम-प्रज्वलन
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| 32. | मध्यम आघूर्ण से 200% ऊपर और 175% नीचे अत्यधिक अनियमित आघूर्ण विभिन्नता दर्शाता है , जो सम-प्रज्वलन
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| 33. | संश्लेषित बी . एफ.एम.ओ. का क्यूरी ताप लगभग 310 केल्विन तथा 300 केल्विन ताप पर इसका चुम्बकीय आघूर्ण
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| 34. | ऐसी एक मात्रा का उदाहरण प्रोटॉन का चुंबकीय आघूर्ण हैं , जिसका जिक्र ऊपर किया गया है।
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| 35. | ऐसी एक मात्रा का उदाहरण प्रोटॉन का चुंबकीय आघूर्ण हैं , जिसका जिक्र ऊपर किया गया है।
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| 36. | किन्तु फिर भी प्रतिलोह चुम्बकत्व के विपरीत इसमें अलग-अलग सभी चुम्बकीय आघूर्ण एक समान नहीं होते।
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| 37. | कई कणों में अशून्य “ नैज ” ( या “ प्रचक्रण ” ) चुंबकीय आघूर्ण होते हैं .
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| 38. | प्रथम नियम के अनुसार , अगर किसी पिण्ड पर बल आघूर्ण न लगे हो, तो पिण्ड की घूर्णी गत्यावस्था नही बदलेगी।
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| 39. | प्रथम नियम के अनुसार , अगर किसी पिण्ड पर बल आघूर्ण न लगे हो, तो पिण्ड की घूर्णी गत्यावस्था नही बदलेगी।
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| 40. | इसका अर्थ यह है कि चुम्बकीय प्रक्षेत्र के अन्दर के सभी परमाणुओं के चुम्बकीय आघूर्ण एक ही दिशा में होते हैं।
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