भगवान कहते हैं कि मैं अज होता हुआ भी प्रगट होता हूँ , अविनाशी होता हुआ भी अंतर्धान हो जाता हूँ और सबका ईश्वर होता हुआ भी आज्ञापालक बन जाता हूँ ।
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जनतांत्रिक प्रक्रियाओं की अनदेखी कर पुलिस को असीमित अधिकार देने जैसे स्थिति एक राज्य व्यवस्था के लिये तब आती है जब वह हर हाल में जनता से अपना आज्ञापालक होने की उम्मीद करती है।
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उन्होंने तुम्हारा सम्मान किया , तुम वोटर राजा बन गए वे सभा में भाषण देने लगे,तुम आज्ञापालक श्रोता बन गए वे कानून बनाने लगे,तुम कोल्हु के बैल बन गए वे नोटों पर नचवाने लगे,तुम उन के प्रचार में बंदर बन गए।
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कोटड़ी . बीरधोल गांव में भागवत कथा के तीसरे दिन सोमवार को पंडित गजेंद्र शास्त्री ने कहा कि कथा सुनने का महत्व यह है कि आप भी ध्रुव की तरह भक्त व प्रहलाद की तरह आज्ञापालक बनो, तब ही इस कथा का महत्व है।
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अपनी मानसिक अवश्यकताओ के आधार पर पति-पत्नी से ही विभिन्न समय से सलाहकार की तरह मंत्री की सी योग्यता भोजन करते समय मां की वात्सलयता , आत्म सेवा के लिए आज्ञापालक नौकर, जीवन पथ मे एक अभिन्न मित्र, गृहणी, रमणी आदि, अकांक्षा रखता है।
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गुरु गाँव अथवा शहर के वातावरण से पृथक जगंल के शुद्ध प्राकृतिक वातावरण में छात्र को विद्या अध्ययन कराते थे और अध्ययनोपरांत छात्र चरित्रवान , सुशील, सहनशील, धैर्यवान एवं आज्ञापालक बनकर अपने घर वापस लौटते थे यधपि शिक्षा का यह रूप बहुत सीमित था ।
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कोटड़ी . बीरधोल गांव में भागवत कथा के तीसरे दिन सोमवार को पंडित गजेंद्र शास्त्री ने कहा कि कथा सुनने का महत्व यह है कि आप भी ध्रुव की तरह भक्त व प्रहलाद की तरह आज्ञापालक बनो , तब ही इस कथा का महत्व है।
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पति-पत्नी अपनी मानसिक आवश्यकताओं के आधार पर पति-पत्नी से ही विभिन्न समय से सलाहकार की तरह मंत्री की सी योग्यता , भोजन करते समय मां की वात्सलता , आत्म सेवा के लिए आज्ञापालक , जीवन पथ में एक अभिन्न मित्र , गृहणी , रमणी आदि के कर्तव्यपूर्ति की आशा रखते हैं।
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क्या वह आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का चमत्कार नहीं है कि अरब के जाहिल , अक्खड़, लड़ाके, झगड़ालू, अंधविश्वासी, जुआरी, शराबी, डाकू, व्यभिचारी, प्रतिज्ञा-भंग, कन्यावध, सौतेली माताओं से विवाह करने वाले लोग आज सीधे-सादे यात्रियों और अतिथियों का आदर-सत्कार करने वाले, मेहनती, ईमानदार, सहायक, आज्ञापालक, समतावादी और ईश्वर पूजक दिखायी देते हैं।
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अपनी मानसिक अवश् यकताओ के आधार पर पति-पत् नी से ही विभिन् न समय से सलाहकार की तरह मंत्री की सी योग्यता भोजन करते समय मां की वात्सलयता , आत्म सेवा के लिए आज्ञापालक नौकर , जीवन पथ मे एक अभिन् न मित्र , गृहणी , रमणी आदि , अकांक्षा रखता है।