पूरे हालात को देखते हुए 70 के दशक में बांग्ला कवि नवारूण भट्टाचार्य द्वारा लिखी कविता कि पक्ति ‘ एई मृत्यु उपत्यका आमार देश ना / एई रक्तस्नातो कसाईखाना आमार देश ना ' आज और ज्यादा प्रासंगिक हो उठी है .
32.
क्या सभी माता पिता ऐसी सजाओं के ख़िलाफ़ कोई एक्शन नहीं उठा सकते ? क्या इसी तरह ये स्कूल बच्चों के लिए कसाईखाना बने रहेंगे या फिर उनके कोमल मन और कोमल समझ के लिए हमारे पास कोई अच्छी शिक्षा व्यवस्था है ?
33.
ग्रीन पार्टी की नेता क्लाउडिया हेमरलिंग ने कहा कि उनके पास इस बात का सबूत है कि चार एशियाई काले भालू और एक दरियाई घोड़े को बर्लिन से एक नए घर में स्थानांतरित करने के लिया गया था लेकिन उसकी बजाए उन्हें बेल्जियम में वर्टेल में ले जाया गया , जिसे द गार्जियन ने चिड़ियाघर की बजाए एक कसाईखाना घोषित किया है.
34.
ग्रीन पार्टी की नेता क्लाउडिया हेमरलिंग ने कहा कि उनके पास इस बात का सबूत है कि चार एशियाई काले भालू और एक दरियाई घोड़े को बर्लिन से एक नए घर में स्थानांतरित करने के लिया गया था लेकिन उसकी बजाए उन्हें बेल्जियम में वर्टेल में ले जाया गया , जिसे द गार्जियन ने चिड़ियाघर की बजाए एक कसाईखाना घोषित किया है.
35.
ग्रीन पार्टी की नेता क्लाउडिया हेमरलिंग ने कहा कि उनके पास इस बात का सबूत है कि चार एशियाई काले भालू और एक दरियाई घोड़े को बर्लिन से एक नए घर में स्थानांतरित करने के लिया गया था लेकिन उसकी बजाए उन्हें बेल्जियम में वर्टेल में ले जाया गया , जिसे द गार्जियन ने चिड़ियाघर की बजाए एक कसाईखाना घोषित किया है .
36.
अर्थव्यवस्थाएं हर जगह कसाईखाना बन गई हैं ; लाचारी , गरीबी , धन की कमीं तथा संसाधनों की विलासितापूर्ण बर्बादी ; कानून तथा व्यवस्था के व्यापक विध्वंस , मूर्खतापूर्ण क्षेत्रीयता तथा नस्लीय विवाद , देशों के बीच अथवा देशों के भीतर रोजमर्रा के नए युद्ध , जनसंहारक हथियारों के प्रसार तथा वैश्विक पैमाने पर आतंकवाद का खतरा , सब कुछ निगल जाने वाले पर्यावरणीय संकट , निकट भविष्य में ऐतिहासिक तौर पर बहुत वास्तविक संदर्भों में यह सब संघर्षरत वर्गों से ज्यादा ' समान बर्बादी के बिंदु हैं .