| 31. | कथाकार चेखव की कहानी गिरगिट याद आती है .
|
| 32. | आदमी का रंग बदलना कि गिरगिट भी शरमाए
|
| 33. | ‘तितली अगर किसी डरती है तो गिरगिट से। '
|
| 34. | गिरगिट भी शर्मिंदा हैं पाकके बदलते रंगों से
|
| 35. | रंग गिरगिट सा , आदमी को बदलते देखा ,
|
| 36. | कई वर्तमान छिपकली परिग्राही पूंछ ( गेको, गिरगिट, और
|
| 37. | रंग-बिरंगी खाल कभी गिरगिट जैसी भी होती है
|
| 38. | ” और नन्हा गिरगिट ठठा कर हँस पड़ा।
|
| 39. | गिरगिट थोड़ा शरमाया फिर बात बदलकर चलता बना।
|
| 40. | उससे गिरगिट भी डरता है क्या कीजिये ?
|