उनके दो बेटे थे . बड़ा ओमपाल सिंह बहुत तीव्रबुद्धि और मेहनती था . एम . एससी . करने के बाद मुरादाबाद के एक कॉलेज में लेक्चरर हो गया और छोटा बेटा गगनपाल सिंह उम्र में बड़े से १ ५ साल छोटा था , पढ़ाई लिखाई से मन चुराता था , बहुत कोशिश करके हाईस्कूल तक पहुँचा लेकिन दसवीं में तीन बार फेल हो जाने से पढ़ाई का रास्ता छोड़ना पड़ा .