| 31. | हम सब कहा करैं हम तो आज्ञाकारिणी दासी
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| 32. | मीरा रे प्रभु दासी रावली , लीज्यो णेक णिहार॥
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| 33. | दासी रानी से कहने लगी , हे रानी ।
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| 34. | और उन्हें योनि दासी के रूप में भोगा।
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| 35. | करके अपने को दासी क्यों समझती हो !
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| 36. | राणा जैसा देश भक्त और , दासी पन्नाधाय कहाँ,
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| 37. | राणा जैसा देश भक्त और , दासी पन्नाधाय कहाँ,
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| 38. | मीरा दासी जनम जनम की , परी तुम्हारे पायं॥
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| 39. | अनुभूति में संजय ग्रोवर की रचनाएँ / दासी बना के
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| 40. | दासी सुन्दरी थी , शौकीन थी और फूहड़ थी।
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