| 31. | - गीता दोष अपने दोषों को परखे बिना दूसरों पर दोष लगाना व्यर्थ है।
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| 32. | इसमे भोग , घमंड, निंदा करना या दोष लगाना वर्जित थे एवं इन्हे पाप कहा गया।
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| 33. | लोगों को पीड़ित पर आरोप लगाने के बजाए अपराध करने वालों पर दोष लगाना चाहिए।
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| 34. | आज्ञा देना , ४. आक्रमण करना, धावा करना, ५. दोष लगाना, ६. भार रखना, बोझा लादना
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| 35. | इसमे भोग , घमंड, निंदा करना या दोष लगाना वर्जित थे एवं इन्हे पाप कहा गया।
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| 36. | इसमें भोग , घमंड, निंदा करना या दोष लगाना वर्जित थे एवं इन्हें पाप कहा गया।
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| 37. | बम विस्फोट में सभी साक्ष्य नष्ट होने के कारणकिसी को दोष लगाना सम्भव नहीं हो सका .
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| 38. | प्रतिबिम्ब डालना , परछांई डालना, अक्स डालना, २. ध्यान करना, विचार करना, ३. इलजाम लगाना, दोष लगाना
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| 39. | लेकिन मैं कह सकता हूँ कि इसमें पुरुषों पर दोष लगाना कुछ ज्यादा ही होता है।
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| 40. | लेकिन मैं कह सकता हूँ कि इसमें पुरुषों पर दोष लगाना कुछ ज्यादा ही होता है।
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