| 31. | एषा ब्राह्मी स्थिति : पार्थ नैनां प्राप्य विमुह्यति।
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| 32. | भाव प्रकाश के अनुसार ब्राह्मी मेधावर्धक है ।
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| 33. | तमिल ब्राह्मी भी ब्राह्मी आधारित लिपि ही है।
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| 34. | तमिल ब्राह्मी भी ब्राह्मी आधारित लिपि ही है।
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| 35. | [ संपादित करें ] ब्राह्मी आधारित लिपियों की सूची
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| 36. | तमिल ब्राह्मी भी ब्राह्मी आधारित लिपि ही है।
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| 37. | तमिल ब्राह्मी भी ब्राह्मी आधारित लिपि ही है।
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| 38. | अम्बिके ! तुम्हीं ब्राह्मी , वैष्णवी , तथा
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| 39. | ब्राह्मी का अपभ्रंश रूप भी बाम ही बनेगा।
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| 40. | देवनागरी लिपि , ब्राह्मी से देवनागरी का विकासानुक्रम
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