| 31. | ( गाती है-राग-कलिंगड़ा) अहो तुम सोच करो मति प्यारी।
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| 32. | पर हमारी ही मति मारी गई थी . .
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| 33. | सब विधि निर्मल मति कर अपना कर लीजै।
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| 34. | इससे मति का स्वभाव हल्का बन जाता है।
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| 35. | इसे कहते हैं मति . मति का फेर।
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| 36. | इसे कहते हैं मति . मति का फेर।
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| 37. | इसे कहते हैं मति . मति का फेर।
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| 38. | पंकिल के मति की मलिकाइन बना गउरा माई
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| 39. | वृंदावन की ओर तें , मति कबहूँ फिर जाय
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| 40. | वृंदावन की ओर तें , मति कबहूँ फिर जाय
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