| 31. | मसि छूटै सब रैनि कै , कागहिं केर अभाग॥
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| 32. | तिनके मुंह मसि लागहैं , मिटिहि न मरिहै धोइ।।
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| 33. | खरीदी हर कलम मसि और कागज मान बैठे हैं
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| 34. | मसि कागद छुओ नहीं कलम गही न हाथ ।
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| 35. | रतनसेन जो बाँ धा , मसि गोरा के गात।
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| 36. | रतनसेन जो बाँ धा , मसि गोरा के गात।
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| 37. | न मसि न कागद , फिर भी मसि कागद!
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| 38. | न मसि न कागद , फिर भी मसि कागद!
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| 39. | नहीं रहे कागद मसि के मसीहा !
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| 40. | लेकिन आप तो लगातार मसि बहाने में लगे हैं।
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