| 31. | कहानीकार की समाज विवेचना : माधव हाड़ा |
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| 32. | कहानीकार की समाज विवेचना : माधव हाड़ा |
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| 33. | असमिया भाषा में माधव कंदली कृत रामायण के
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| 34. | बोलो हरे नमः , गोविन्द माधव हरे मुरारी .....
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| 35. | माधव भी हंसा - इस अनपेक्षित सौभाग्य पर।
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| 36. | उनके बालक माटी के , माधव बनकर रह जाते।
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| 37. | उनके बालक माटी के , माधव बनकर रह जाते।
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| 38. | अब माधव खुद को स्वतन्त्र महसूसकर रहा था।
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| 39. | फिर घीसू और माधव का फाका सर्वज्ञात था।
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| 40. | संस्कृतिन्यास देवरिया ) एवं माधव राव सप्रे पत्र संग्रहालय
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