| 31. | मेरी मीमांसा बन थर थर काँपती हैं आँखें
|
| 32. | इसलिए धर्मज्ञान ही मीमांसा दर्शन का प्रयोजन है।
|
| 33. | इसलिए धर्मज्ञान ही मीमांसा दर्शन का प्रयोजन है।
|
| 34. | ज्ञान सम्बन्धी मानसिक व्यापारों की विशेष मीमांसा तर्कशास्त्र (
|
| 35. | काव्य मीमांसा के कुछ नए आयाम ( रंजना अरगड़े)
|
| 36. | मीमांसा शास्त्र दर्शनों में सब से बडा है।
|
| 37. | असंतोष के कारणों की मीमांसा करनी चाहिए ।
|
| 38. | काफ़ी अच्छी एवं विस्तृत मीमांसा की गयी है।
|
| 39. | गोविन्दचन्द्र पाण्डे : मूल्य मीमांसा, पृष्ठ 9
|
| 40. | [ संपादित करें ] मीमांसा दर्शन का स्वरूप
|