छेद्य ( छेदन हेतु ) , भेद्य ( भेदन हेतु ) , लेख्य ( अलग करने हेतु ) , वेध्य ( शरीर में हानिकारक द्रव्य निकालने के लिए ) , ऐष्य ( नाड़ी में घाव ढूंढने के लिए ) , अहार्य ( हानिकारक उत्पत्तियों को निकालने के लिए ) , विश्रव्य ( द्रव निकालने के लिए ) , सीव्य ( घाव सिलने के लिए ) ।
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छेद्य ( छेदन हेतु ) , भेद्य ( भेदन हेतु ) , लेख्य ( अलग करने हेतु ) , वेध्य ( शरीर में हानिकारक द्रव्य निकालने के लिए ) , ऐष्य ( नाड़ी में घाव ढूंढने के लिए ) , अहार्य ( हानिकारक उत्पत्तियों को निकालने के लिए ) , विश्रव्य ( द्रव निकालने के लिए ) , सीव्य ( घाव सिलने के लिए ) ।
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१ . छेद्य ( छेदन हेतु ) २ . भेद्य ( भेेदन हेतु ) ३ . लेख्य ( अलग करने हेतु ) ४ . वेध्य ( शरीर के हानिकारक द्रव्य निकालने केलिए ) ५ . ऐश्य ( नाडी के घाव ढूंढने केलिए ) ६ . अहार्य ( हानिकारक उत्पत्तियों को निकालने केलिए ) ७ . विश्रव्य ( द्रव निकालने केलिए ) ८ . सीव्य ( घाव सिलने केलिए ) ।
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१ . छेद्य ( छेदन हेतु ) २ . भेद्य ( भेेदन हेतु ) ३ . लेख्य ( अलग करने हेतु ) ४ . वेध्य ( शरीर के हानिकारक द्रव्य निकालने केलिए ) ५ . ऐश्य ( नाडी के घाव ढूंढने केलिए ) ६ . अहार्य ( हानिकारक उत्पत्तियों को निकालने केलिए ) ७ . विश्रव्य ( द्रव निकालने केलिए ) ८ . सीव्य ( घाव सिलने केलिए ) ।
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लाश पर से कफन भी लेने वाले ऐसे हीहोते हैं . ... ' अभी डिवोर्स हुआ नहीं है .... अभी भी आप हमारी पत्नी हैं ... पत्नी धरम निबाहि ए. ... ? आज आपका लेख्य पढ़ कर अबा आशा बनने लगी है , नायिका में हालातों से जूझने का हौसला आ गया है , तो जीत भी उसी की होगी .... अंत सुखद होगा .... आग में जल कर सोना में निखार ही आता है .... !!