उन्होंने अपने शोध में पाया कि वाम पंथ को मानने वाले लोगों के मस्तिष्क के बीच का हिस्सा एंटीरियर सिंगुलेट दक्षिण पंथियों की तुलना में मोटा होता है।
32.
अब देखना दिलचस्प होगा की ये इस अणि परीक्षा को पार कर जाते है या फिर हिंदुस्तान से वाम पंथ की विचार धारा अपना दम तोड़ लेती है .
33.
इधर , 11 साल पहले बुध्ददेव के बंगाल की सत्ता संभालते ही, ममता को लगा कि लगा कि अब समय आ गया है-राज्य को वाम पंथ से मुक्ति दिलाने का.
34.
ममता की ये जो जीत हुए है इस से यह अर्थ निकलन की वाम पंथ विफल हो गया है या फिर बंगाल के लिए एक नए युग का प्राम्भ है बेमानी बाते है .
35.
यु पी ये प्रथम के दौरान वाम पंथ के समर्थन से गाँव के गरीबों को मनरेगा के तहत १ ०० दिन काम मिलना तै हुआ था , बीच में भ्रुष्टचारियों ने भांजी मार दी .
36.
भारत में वाम पंथ [ खास तौर से सी पी आई एम् ] के नेत्रत्व में मेहनतकश मजदूर , किसान , ठेका मजदूर , सरकारी-गैरसरकारी कर्मचारी / अधिकारी धीरे -धीरे संगठित हो रहे हैं .
37.
वाम पंथ की विफलताओं पर दो राय न हों तो भी इसका मतलब यह कहां से निकलता है कि इस आंदोलन की प्रेरणाओं , कारपोरेट-एनजीओ और विश्व बैंक के एजेंडा की व्याख्या-विश्लेषण नकारात्मक प्रवृत्ति घोषित होजा ए.
38.
समता शब्द का उल्लेख भी आया तब उनका कहना था कि यह वाम पंथ की बपौति नहीं है , क्योंकि भारतीय समाज में समता को पूरा स्थान मिला हुआ है तथा जैन तो समता को एक गुण मान कर ही चल रहे हैं।
39.
प्रकाश करात ने सिद्धांतो की कमी संबंधी बात कह कर वाम पंथ की सबसे ज्वलमत समस्या को पहचाना है लेकिन देखने वाली बात होगी कि क्या प्रकाश करात इन समस्याओं से निपटने पार्टी के अस्तित्व को बचाने के लिए कोई ठोस कदम उठायेंगें ?
40.
जहां तक वाम पंथ का सवाल है इसे तो मानो बिन मांगेमुराद मिली ; क्योंकि विगत यु पी ऐ प्रथम के दौर से ही वाम ने वायदा बाजार को महंगाई का एक बड़ा कारक सावित कर इसे समाप्त करने कि रट लगा राखी थी .