पीलिया , पांडु , रक्तपित्त , अम्लपित्त , उलटी , प्रमेह , विसर्प ( हरपिझ ) व लीवर के रोगों को दूर करने वाला है।
32.
फिरंग ( syphilis), सूजाक (gonorrhoea) तथा विसर्प (erysipelas) एवं मसूरिका आदि रोगों का संक्रमण मृत, संक्रांत या वाहक मनुष्य या पशु के प्रत्यक्ष संसर्ग से होता है।
33.
इसलिए ईसा की छठी शताब्दी सेपूर्व अर्श चिकित्साध्याय १४ वां , अतीसार १९ वां, विसर्प २१ वां, मदात्यय २४वां और द्विब्रणीय २५ वां अध्याय बना दिये गये थे.
34.
तराई के मन्द ढाल और अत्यधिक जलोढ़ के कारण यह विसर्प बनाती हुई अपना मार्ग परिवर्तित करती रहती है , परन्तु अब कोसी नदी में मिलती है ।
35.
इस काढ़े को रोजाना सुबह-सुबह पीने से ` कण्डू ' ` पामा ' ` विसर्प ' और ` किटिभ ' नाम का कोढ़ रोग मिट जाता है।
36.
इस मैदान में नदी की प्रौढ़ावस्था में बनने वाली अपरदनी और निक्षेपण स्थलाकॄतियाँ , जैसे- बालू-रोधका , विसर्प , गोखुर झीलें और गुंफित नदियाँ पाई जाती हैं।
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इस मैदान में नदी की प्रौढ़ावस्था में बनने वाली अपरदनी और निक्षेपण स्थलाकॄतियाँ , जैसे- बालू-रोधका , विसर्प , गोखुर झीलें और गुंफित नदियाँ पाई जाती हैं।
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इस मैदान में नदी की प्रौढ़ावस्था में बनने वाली अपरदनी और निक्षेपण स्थलाकॄतियाँ , जैसे- बालू-रोधका , विसर्प , गोखुर झीलें और गुंफित नदियाँ पाई जाती हैं।
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इस मैदान में नदी की प्रौढ़ावस्था में बनने वाली अपरदनी और निक्षेपण स्थलाकॄतियाँ , जैसे- बालू-रोधका , विसर्प , गोखुर झीलें और गुंफित नदियाँ पाई जाती हैं।
40.
विसर्प चर्म रोग यह एक ऐसा संक्रामक चर्म रोग है जिसमें सूजनयुक्त छोटी-छोटी फुन्सियाँ होती हैं , त्वचा लाल दिखाई देती है तथा साथ में ज्वर रहता है।