| 31. | इतना समझा कर वे वृन्द कवि का दोहा सुनाते . ..
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| 32. | मनमोहनी वंशी बजायी जहाँ , वट वल्लरी वृन्द को भेटने दौड़ी
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| 33. | वृन्द का वास्तविक नाम वृन्दावनदास था।
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| 34. | कविवर वृन्द का यह कथन है-
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| 35. | इस पर भी वृन्द कवि ने निम्न दोहा लिखा हैः
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| 36. | के लिये देव-दानव वृन्द टूट पडे।
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| 37. | यह भजन ड़ोम्बिवली सत्संग वृन्द के कार्यक्रम से लिए है।
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| 38. | वृहग वृन्द का कलरव सुनना . ...
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| 39. | नेकनीयती वृन्द के , मुरझाये..….हैं फूल |
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| 40. | वृन्द बन्दी- पिक-स्वर नभ बरसाया .
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