| 31. | फूंक से जगायेगा अवश्य जगती को व्याल . ....कोई क्यों खरोंच मार उसको जगाता है?
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| 32. | प्रतिमा पार्श्व में पारंपरिक सिंह व्याल के स्थान पर मेष व्याल का अंकन है।
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| 33. | प्रतिमा पार्श्व में पारंपरिक सिंह व्याल के स्थान पर मेष व्याल का अंकन है।
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| 34. | यहाँ देवता , अप्सराएँ, व्याल और मिथुन- युग्म अंकन सुंदरता के साथ किया गया है।
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| 35. | यहाँ देवता , अप्सराएँ, व्याल और मिथुन- युग्म अंकन सुंदरता के साथ किया गया है।
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| 36. | भीतरी परिक्रमा के छज्जों पर देव , अप्सरा तथा विश्रांति पर व्याल प्रतिमाएँ वर्तमान है।
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| 37. | सर्वेक्षण विभाग की अद्भुत इतिहास रचना में व्याल / मैमथ महान त्रिकोणमितीय सर्वेक्षण भी आते हैं।
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| 38. | नृसिंह के दांये तरफ गज व्याल तथा नीचे तरफ एक सहायक का अंकन है ।
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| 39. | माखन करों से प्रतिबिम्ब को खिला रहे थे , कुंचित कुटिल कुन्तलों के बाल व्याल थे,
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| 40. | मुक्तिकामीअग्रसोचीएशिया के अग्रगामी चीन की जय ! व्याल के फण पर लहरतेऔ घहरतेबीन की जय !
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