| 41. | राष्ट्र व समाज को अर्पण यह जीवन : गरिमा
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| 42. | काशी विश्वनाथ मन्दिर में गंगा जल अर्पण →
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| 43. | ८ उ . अब श्रीकृष्णजीको तुलसी अर्पण किजिए ।
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| 44. | तन मन सब अर्पण , सब कुछ है तेरा,
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| 45. | सामुहिक अर्पण तर्पण कर किया पितरों को नमन
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| 46. | फिर निम्न मंत्र से पुष्पांजलि अर्पण करें :
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| 47. | अर्पण है हृदयों का इसमें और दर्द भोला-भाला।
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| 48. | तेरा तुझको अर्पण , क्या लागे मेरा ...
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| 49. | अत : हम उन्हें क्या अर्पण कर सकते हैं?
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| 50. | किसे अर्पण करूँ ? भाव सुमन लिए हुए
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