फ्रांटल हिस्सा थोड़ा अलग और विशिष्ट है- जटिल विचारों की उत्पत्ति एवं उसके फलस्वरूप होने वाली कार्यवाहियों पर आंतरिक दृष्टि रखने से ले कर परिस्थितियों के अवबोधन एवं स्मृतियों को संजो कर रखना तथा उन्हें आवश्यकतानुसार ज्ञान पटल पर लाना इसी के कार्यक्षेत्र में आते हैं।
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पीका को स्पष्ट करने का एक मत है कि कुछ संस्कृतियों में , मिट्टी या धूल को खाना मिचली (और इसलिए, प्रातः वमन) को दूर करने, दस्त को नियंत्रित करने, लारस्त्रवण को बढ़ाने, जीवविषों को हटाने, और गंध या स्वाद के अवबोधन को बदलने में सहायता कर सकता है।
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भारतीय मध्यस्थम परिषद ( आईसीए), नई दिल्ली :- इसकी स्थापना सोसायटी पंजीकरण अधिनियम के तहत की गई हैं और यह वाणिज्यिक विवादों के निपटान के लिए मध्यस्थम के रूप में कार्य करता हैं और कारोबारियों के बीच मध्यस्थता के अवबोधन को लोकप्रिय बनाता हैं विशेषकर वे जो अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में लगे हुए हैं।
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व्यंजना- व्यंजना शक्ति वह शक्ति है जो अभिधा आदि शक्तियों के शांत हो जाने पर ( अपने-अपने कार्य कर चुकने के बाद क्षीण सामर्थ्य हो जाने पर ) एक ऐसे अर्थ का अवबोधन कराया करती है जो बाध्य , लक्ष्यादि रूप अर्थों से सर्वथा एक विलक्षण प्रकार का अर्थ हुआ करता है।
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व्यंजना-शक्ति शब्द और अर्थ आदि की वह शक्ति है जो अभिधा आदि शक्तियों के शान्त हो जाने पर ( अपने-अपने कार्य कर चुकने के बाद क्षीण सामर्थ्य हो जाने पर ) एक ऐसे अर्थ का अवबोधन कराया करती है जो वाध्य , लक्ष्यादिरूप अर्थों से सर्वथा एक विलक्षण प्रकार का अर्थ हुआ करता है।
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मेरी शुभकामनाएं . जहां तक 'तेंदुए' को एक प्रतीक के रूप में लेकर उसके गुण और चरित्र को समझने या उसके अवबोधन की बात है, मुझे लगता है, दोनों ही मनुष्य द्वारा पशुओं को अपने सामाजिक-नैतिक आदि संदर्भों के लिए, अपने हितों और उद्देश्यों के लिए, उन पर प्रक्षेपित, आरोपित किये गये 'गुण' और 'चरित्र' हैं।
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मेरी शुभकामनाएं . जहां तक 'तेंदुए' को एक प्रतीक के रूप में लेकर उसके गुण और चरित्र को समझने या उसके अवबोधन की बात है, मुझे लगता है, दोनों ही मनुष्य द्वारा पशुओं को अपने सामाजिक-नैतिक आदि संदर्भों के लिए, अपने हितों और उद्देश्यों के लिए, उन पर प्रक्षेपित, आरोपित किये गये 'गुण' और 'चरित्र' हैं।
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जैसा कि एक विद्वान व्यक्ति ने कहा हैःजहाँ कहीं भी समस्वरता , व्यवस्था और अनुपात है वहाँ संगीत है, और इसलिएनैसर्गिक परिवृत्तियों को हम चाहे दूर रखें, सुव्यवस्थित गतियों औरनियमित गतिक्रमों के कारण यद्यपि उनकी ध्वनि कान में नहीं सुनाई देती हैफिर भी वे हमारे अवबोधन में ऐसा स्वर उत्पन्न करते हैं जो सर्वाधिक रूपसे समस्वरता से पूर्ण है.
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चाहे वे अंग्रेजी भाषा के इतिहास का विवेचन कर रहे हों , शैक्सपीयर के नाटकों के अविस्मरणीय दृष्यों का बड़े मनोयोग से वाचन कर रहे हों , या फिर टी एस एलियट के बेस्ट लैण्ड का एक बहते झरने की तरह अवबोधन करा रहे हों , वे इस बात का ध्यान रखते थे कि विषय की सीमा रेखा को लाँघ ना जाएँ।
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लक्षणा शब्द शक्ति वह शब्द शक्ति है जो कहीं मुख्यार्थ के ( अन्वयबोध ) वाधित हो जाने पर वहां एक ऐसे अर्थ का अवबोधन करवाया करती है , जो मुख्यार्थ से किसी न किसी रूप में संबंध तो अवश्य रहा करता है , किन्तु मुख्यार्थ के स्वभाव से भिन्न स्वभाव का ही हुआ करता है और ऐसा होने का कारण या तो रूढ़ि है या प्रयोजन-विवक्षा।