| 41. | इसका अर्थ यह है कि चुम्बकीय प्रक्षेत्र के अन्दर के सभी परमाणुओं के चुम्बकीय आघूर्ण एक ही दिशा में होते हैं।
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| 42. | दावा किया जाता है कि एक्जहॉस तकनीक निम्न एवं मध्य श्रेणी के आघूर्ण बल में सुधार करने में अत्यधिक प्रभावकारी है .
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| 43. | संवेग , त्वरण, बलविस्थापन, भार, विद्युत धाराविद्युत तीव्रता, बल आघूर्ण, चुम्बकीय क्षेत्रउपरोक्त सभीनिम्न में से किस समूह की सभी राशियाँ अदिश हैं ?
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| 44. | परमाणु और उप-परमाणु पैमाने पर , यह संबंध घूर्ण चुंबकीय अनुपात, कोणीय संवेग के प्रति चुंबकीय आघूर्ण के अनुपात द्वारा व्यक्त होता है.
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| 45. | प्रत्येक पिंड में एक आकृति अक्ष ( axis of the figure) होता है, जिसके परित: जड़त्व आघूर्ण (moment of inertia) महत्तम होता है।
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| 46. | मे पंजाब से आये श्री एम एस मारवाह जी ने भी अपने द्वारा विकसित भौतिकी के विधुत , चुम्बकत्व, गति, आघूर्ण, बल, गुरु
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| 47. | परमाणु और उप-परमाणु पैमाने पर , यह संबंध घूर्ण चुंबकीय अनुपात, कोणीय संवेग के प्रति चुंबकीय आघूर्ण के अनुपात द्वारा व्यक्त होता है.
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| 48. | प्रथम नियम के अनुसार , अगर किसी पिण्ड पर बल आघूर्ण न लगे हो , तो पिण्ड की घूर्णी गत्यावस्था नही बदलेगी।
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| 49. | इंजन ने आघूर्ण बल की उपलब्धता में वृद्धि की थी , कंपन को कम कर दिया था एवं गियर परिवर्तन का स्पर्श बेहतर कर दिया था.
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| 50. | इंजन मध्यम आघूर्ण से ऊपर 100% से नीचे की चरम सीमा और 100% से नीचे का दबाव दर्शाता है , और आघूर्ण कभी ऋणात्मक नहीं होता है.
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