| 41. | कितनी वर्षा ऋतुओं में तट की वर्जनाओं को तोड़कर मन के उच्छल आवेग को तरंगायित होने का अवसर हाथ लगा है।
|
| 42. | जन गण मन अधिनायक जय हे भारत भाग्यविधाता पंजाब सिन्धु गुजरात मराठा द्राविड़ उत्कल बंगा विन्ध्य हिमाचल यमुना गंगा उच्छल जलधि
|
| 43. | पार्थ को देख उच्छल - उमंग - पूरित उर - पारावार हुआ , दम्भोलि-नाद कर कर्ण कुपित अन्तक-सा भीमाकार हुआ .
|
| 44. | यह शिला-सा वक्ष , ये चट्टान-सी मेरी भुजाएं सूर्य के आलोक से दीपित, समुन्नत भाल, मेरे प्राण का सागर अगम, उत्ताल, उच्छल है.
|
| 45. | हरभजन ने आपको बड़ा बन्दर कहा था तो आप उसे छोटा बन्दर कह देते , उच्छल कूद तो वो भी मचाता है ।
|
| 46. | हरभजन ने आपको बड़ा बन्दर कहा था तो आप उसे छोटा बन्दर कह देते , उच्छल कूद तो वो भी मचाता है ।
|
| 47. | और मनुष्य , ईश्वर के सर्वाधिक निकट तब होता है जब उसमें कवित्व का आलोक, तरल होकर स्वर्णिम-सलिल सदृश उच्छल हो उठता है..
|
| 48. | बज उठे रोर कर पटह-कम्बु , उल्लसित वीर कर उठे हूह , उच्छल सागर-सा चला कर्ण को लिये क्षुब्ध सैनिक समूह .
|
| 49. | बज उठे रोर कर पटह-कम्बु , उल्लसित वीर कर उठे हूह , उच्छल सागर-सा चला कर्ण को लिये क्षुब्ध सैनिक समूह .
|
| 50. | और गंगा का उनके लिए मतलब है- अप्रतिहत गति , सतत प्रवाह, कलकल उच्छल जीवन, खुला आकाश, हवा, आवेग, प्रकाश, अछोर, अनंत विस्तार...।
|