| 41. | १ ४ . वरुण मुद्रा- कनिष्ठा अंगुली को अँगूठे से लगायें।
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| 42. | कनिष्ठा ने बहुत बचाकर आँसू पोंछे , लेकिन मिस गोम्स ने देख लिया.
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| 43. | अंगूठा हथेली में कनिष्ठा के मूलाधार को छूता हुआ होता है .
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| 44. | कनिष्ठा और अंगूठे के पोरो को मिलाने से वरूण मुद्रा बनती है।
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| 45. | वो गोद , वो आँचल, वो कनिष्ठा ऊँगली........ हर मुसीबत के विरूद्ध, ढाल होते...............
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| 46. | ‘ कनिष्ठा ' उंगली के नीचे व चंद्र पर्वत से ऊपर स्थित ‘
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| 47. | टेढ़ी कनिष्ठा को कुछ विद्वान चोरी करने की वृत्ति से भी जोड़ते हैं।
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| 48. | इसे अंगूठा और कनिष्ठा से दबाने पर छिटक कर दूर जाकर गिरता है।
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| 49. | इसे अंगूठा और कनिष्ठा से दबाने पर छिटक कर दूर जाकर गिरता है।
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| 50. | साथ ही कनिष्ठा उंगली में पन्ना या ओनेक्स धारण करने से लाभ होगा।
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