यह माना जाता है कि ऐसे आधुनिक समाज में व्यवस्था वैयक्तिक या कौटुंबिक संबंधों या प्रभावों से असंपृक्त होती है ।
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यह माना जाता है कि ऐसे आधुनिक समाज में व्यवस्था वैयक्तिक या कौटुंबिक संबंधों या प्रभावों से असंपृक्त होती है ।
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कौटुंबिक आपत्तियों से त्रस्त एक सामान्य व्यक्ति किस प्रकार आत्मसाक्षात्कारी संत बन सका , इसका स्पष्ट रूप उनके अभंगों में दिखलाई पड़ता है।
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कौटुंबिक आपत्तियों से त्रस्त एक सामान्य व्यक्ति किस प्रकार आत्मसाक्षात्कारी संत बन सका , इसका स्पष्ट रूप तुकाराम के अभंगों में दिखलाई पड़ता है।
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कौटुंबिक आपत्तियों से त्रस्त एक सामान्य व्यक्ति किस प्रकार आत्मसाक्षात्कारी संत बन सका , इसका स्पष्ट रूप उनके अभंगों में दिखलाई पड़ता है।
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बार-बार हो रहा ये कौटुंबिक मेलमिलाप महाराष्ट्र की राजनीति पर असर डाले बिना नहीं रहेगा , यह कयास लगाने वालों की कमी नहीं है।
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जबकि यहां विविध कौटुंबिक नाते-रिश्तों की विशिष्टता , पवित्रता, कर्तव्य और प्रेम के बहुविध अधिकारों से परस्पर बंधे, मर्यादित जीवन का सुख-दुख दूसरी चीज है।
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औषधोपचार के अतिरिक्त रोगी की मानसिक , कौटुंबिक तथा सामाजिक परिस्थितियों का अध्ययन करना और रोगी की तज्जन्य कठिनाइयों को दूर करना समाजसेवी का काम है।
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औषधोपचार के अतिरिक्त रोगी की मानसिक , कौटुंबिक तथा सामाजिक परिस्थितियों का अध्ययन करना और रोगी की तज्जन्य कठिनाइयों को दूर करना समाजसेवी का काम है।
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औषधोपचार के अतिरिक्त रोगी की मानसिक , कौटुंबिक तथा सामाजिक परिस्थितियों का अध्ययन करना और रोगी की तज्जन्य कठिनाइयों को दूर करना समाजसेवी का काम है।