| 41. | “क्षं” गुटिका की प्राप्ति जो अन्य लोको से आपका संपर्क कर देती है . .......
|
| 42. | इस गुटिका को धारण कर हम अपने अभीष्ट को प्राप्त कर सकते हैं .
|
| 43. | इसी गुटिका को पारद सिद्ध सौंदर्य कंकण , रस सिद्ध सौंदर्य कंकण या रसेंद्र सौंदर्य
|
| 44. | चाहिए जिससे वो गुटिका उस यक्षिणी विशेष से सम्बंधित हो जायेगी . इस गुटिका पर आप
|
| 45. | चाहिए जिससे वो गुटिका उस यक्षिणी विशेष से सम्बंधित हो जायेगी . इस गुटिका पर आप
|
| 46. | अतः किसी भी व्यक्ति विशेष के आकर्षण प्रयोग को इस गुटिका के सामने करने
|
| 47. | -धतूरा के बीज को अकरकरा और लौंग के साथ मिलाकर छोटी-छोटी गुटिका बना लें।
|
| 48. | क्रियाए इस गुटिका पर प्राणप्रतिष्ठा के समय ही संम्पन की जा चुकी होती है .
|
| 49. | अनुकूलता , व्यापर आदि में उन्नति इत्यादि कई प्रकार से यह गुटिका साधक को लाभ
|
| 50. | इस गुटिका का नाम क्या है गुरुदेव् और इसका निर्माण कैसे किया जाता है ? ??????
|