| 41. | टाँग खींचना तो कलियुग का धर्म ही है।
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| 42. | बना दूँ उसकी तस्वीर टाँग दूँ दीवार पर
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| 43. | व्यंग्य -पड़ोसी की टाँग टूटने के सत्तरह बरस
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| 44. | ये टाँग खींचना नहीं है तो क्या है ?
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| 45. | फिर मेरी एक टाँग को ऊपर कर दिया।
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| 46. | एक टाँग पर खड़े होना ही नहीं जानते ,
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| 47. | ' हमने कुर्ता उतारकर खूँटी पर टाँग दिया।
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| 48. | अब वह एकग ही टाँग से चलता है।
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| 49. | खिचड़ी डाल दी और टाँग पसारकर सो रही।
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| 50. | टाँग खींचना तो कलियुग का धर्म ही है।
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