| 41. | ' वर्णादेशना' सदृश कोशों को छोड़कर संस्कृत कोश प्रायः पद्यात्मक हैं ।
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| 42. | इसमें पद्यात्मक मन्त्रों के साथ कुछ गद्यात्मक मन्त्र भी उपलब्ध है।
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| 43. | धम्मपद का व्युत्पत्तिगत अर्थ है धर्मविषयक कोई शब्द , पंक्ति या पद्यात्मक वचन।
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| 44. | संस्कृत कोश मुख्यतः पद्यात्मक है और प्रमुख रूप से उनमें अनुष्टुप् छंद
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| 45. | सो प्रारम्भ से ही साहित्य में कथा का स्वरूप पद्यात्मक मिलता है।
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| 46. | यह पद्यात्मक काव्य भी कई प्रकार का हुआ करता है , जैसे-
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| 47. | ' धम्मपद का व्युत्पत्तिगत अर्थ है धर्मविषयक कोई शब्द, पंक्ति या पद्यात्मक वचन'।
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| 48. | उनके अनुसार पद्यात्मक काव्य वह है जिसके पद छंदोबद्ध हुआ करते हैं।
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| 49. | अपने लेखों में वे कभी कभी कुछ पद्यात्मक अभिव्यक्तियाँ कर जाते थे . .
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| 50. | बेतार जगत पत्रिका हेतु कविगुरु रवीन्द्ननाथ के पद्यात्मक आशीर्वचन जिस के आधार पर
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