| 41. | एलपीएस परपोषी के शरीर में सेप्टिक प्रघात की स्थिति उत्पन्न करते हैं।
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| 42. | ( पौधों) पर निर्भर रहते हैं, अतः इन्हें परपोषी भी कहा जाता है।
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| 43. | इन्हीं से यह परपोषी की आँत की दीवार से चिपका रहता है।
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| 44. | इन्हीं से यह परपोषी की आँत की दीवार से चिपका रहता है।
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| 45. | चूँकि यह फफूँद केवल परपोषी वृक्षों पर ही जीवित रह सकता है , अतः
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| 46. | परजीवियों के चयापचय के पदार्थ परपोषी पर विषाक्त प्रभाव उत्पन्न कर सकते हैं;
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| 47. | एक ही परपोषी में जीवनचक्र की दोनों अवस्थाएँ , पोषबीजाणु और सिस्ट, मिलती हैं।
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| 48. | निश्चित परपोषी में अन्य वंश भी हैं , जो आँतों में वास करते हैं।
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| 49. | परपोषी पौधे की शारीरिक क्रियाओं में प्रविष्ट होकर रोगजनकों ( कवक एवं जीवाणु) के
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| 50. | एक ही परपोषी में जीवनचक्र की दोनों अवस्थाएँ , पोषबीजाणु और सिस्ट, मिलती हैं।
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