परंतु एकत : पीती अंडों में पीतक के नीचे की ओर एकत्रित होने के कारण अंडे का ऊपरी भाग शुद्ध तथा सक्रिय रहता है और विभाजन क्रिया केवल ऊपरी भाग में आबद्ध रहती है।
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अब वीर्य को उचित विलयन और अंडे के पीतक ( yolk) के साथ मिलाकर तनूकृत कर लिया जाता है, जिससे केवल एक बार के ही स्खलित वीर्य से अनेक मादाओं को गर्भित कराया जा सके।
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भीतर की झिल्ली से पीतक झिल्ली मुक्त अंडा धीरे 180 ° के बारे में बारी बारी से और प्रतीक्षा के लिए कुछ ही मिनटों तो यह बारी बारी से वापस मूल स्थिति के लिए और यह
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अण्डजरायुज जीवों में जरायुज जीवों की भांति आंतरिक निषेचन होता है और जीवित शिशुओं का जन्म होता है , अंतर सिर्फ इस बात का होता है कि इनमें जरायुज प्राणिओं की तरह भ्रूण, माता से अपरा के माध्यम से जुड़ा नहीं होता और भ्रूण का पोषण, पीतक कोष द्वारा होता है हालांकि, माँ के शरीर के द्वारा गैस विनिमय (श्वसन) होता है।
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अण्डजरायुज जीवों में जरायुज जीवों की भांति आंतरिक निषेचन होता है और जीवित शिशुओं का जन्म होता है , अंतर सिर्फ इस बात का होता है कि इनमें जरायुज प्राणिओं की तरह भ्रूण, माता से अपरा के माध्यम से जुड़ा नहीं होता और भ्रूण का पोषण, पीतक कोष द्वारा होता है हालांकि, माँ के शरीर के द्वारा गैस विनिमय (श्वसन) होता है।