स्पाइन एक बड़े , चपटे एक्रोमियन प्रवर्ध ( Acromion process ) के रूप में समाप्त होती है , जो स्कन्ध का बिन्दु बनाती है।
42.
जीफीस्टर्नल सन्धि ( Xiphisternal joint ) - यह स्टर्नम ( उपास्थि ) के जीफॉइड प्रवर्ध एवं उसके काय के बीच का उपास्थिमय जोड़ है।
43.
प्रवास के समय , नकली कोशिकाओं के इंटेग्रिन ईसीएम (ECM) से जुड़ जाते हैं, और प्रवर्ध के एक्टिन तंतु कोशिका को साथ खींच ले जाते हैं.
44.
भौंहे ( Eyebrows ) - फ्रन्टल हड्डी के आर्बिटल प्रवर्ध के ऊपर स्थित त्वचा पर तिरछेपन के साथ उगे छोटे , बालों को भौंहे कहते हैं।
45.
ग्लीनॉइड फोसा के ऊपरी छोर के मीडियल ओर से आगे की ओर उभरी हुई रचना रहती है , जिसे कोराकॉइड प्रवर्ध ( coracoid process ) कहते है।
46.
अक्षतन्तु ( Axon ) - अक्षतन्तु ( एक्सॉन ) चालक और अपवाही प्रवर्ध ( efferent process ) होता है तथा तन्त्रिका आवेगों को कोशिका काय से दूर ले जाता है।
47.
अगली सतह पर कोरोनॉइड फोसा और रेडियल फोसा होते हैं जो बांह की कोहनी के मुडने पर रेडियस के सिर तथा अल्ना के कोरोनॉइड प्रवर्ध को अलग-अलग स्थान देते हैं।
48.
प्रवास करने के पहले केरेटिनोकोशिकाएं अपने आकार को बदल लेती हैं और लंबी व सपाट होकर लेमेलीपोडिया जैसे कोशिकीय प्रवर्ध व झालर जैसे दिखने वाले चौड़े प्रवर्ध उत्पन्न कर लेती हैं .
49.
प्रवास करने के पहले केरेटिनोकोशिकाएं अपने आकार को बदल लेती हैं और लंबी व सपाट होकर लेमेलीपोडिया जैसे कोशिकीय प्रवर्ध व झालर जैसे दिखने वाले चौड़े प्रवर्ध उत्पन्न कर लेती हैं .
50.
प्रवास करने के पहले केरेटिनोकोशिकाएं अपने आकार को बदल लेती हैं और लंबी व सपाट होकर लेमेलीपोडिया जैसे कोशिकीय प्रवर्ध व झालर जैसे दिखने वाले चौड़े प्रवर्ध उत्पन्न कर लेती हैं .